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Showing posts from March, 2025

डांस और लहँगे में उलझी कश्मकश - निशा का अगला प्लान

 "निशा, बस बहुत हुआ। अब इसे उतारने दो।" भाई विजय ने मिन्नत की, उसका चेहरा परेशानी और झुंझलाहट से भरा हुआ था। "कितनी देर से ये सब ड्रामा हो रहा है। मुझे समझ नहीं आ रहा तुम क्या करने की कोशिश कर रही हो।" "अरे भैया, अभी तो मेहंदी भी लगवानी है।" निशा ने शरारत से कहा, उसकी आँखों में चमक और शरारत भरी हुई थी, मानो किसी मासूम शिकार को फंसाने की योजना बना रही हो। और फिर क्या था! निशा ने पार्लर वाली से अपने भाई विजय के हाथों पर मेहंदी भी लगवा दी। विजय, जो पहले से ही लाल रंग के लहंगे और चमकते गहनों में दुल्हन की तरह सजा हुआ था, अब पूरी तरह से तैयार था, मानो किसी अजीबोगरीब सपने में फंस गया हो। निशा ने अपने मोबाइल से कुछ तस्वीरें खींची, हर क्लिक के साथ उसकी हंसी तेज होती जा रही थी जैसे कैमरे की हर फ्लैश  विजय की बेबसी पर एक तमाचा हो। "भैया, आप तो सच में बहुत सुंदर लग रहे हो!" निशा ने ठहाका लगाते हुए कहा, "अब मैं ये फोटो फ्रेम करवा कर अपने कमरे में लगाऊंगी। सोचो, हर सुबह उठते ही आपका ये रूप देखकर मेरा दिन कितना अच्छा जाएगा!" विजय ने गुस्से से, दांत प...

लहंगे में लिपटी शरारत... एक बहन का बेहतरीन प्लान

 ये कहानी निशा और विजय की है, जहाँ निशा अठारह बरस की नटखट और चुलबुली लड़की थी और विजय उससे दो साल बड़ा, उसका शरारती भाई। विजय को निशा को चिढ़ाने और परेशान करने में बड़ा मज़ा आता था। कभी उसके बाल खींचकर, कभी उसे 'छोटी बच्ची' कहकर, विजय हमेशा कोई न कोई शरारत करता रहता था। अपने बड़े भाई होने का रौब दिखाना, उसे बहुत पसंद था। बेचारी निशा, भाई के इस रवैये से परेशान होकर अक्सर सोचती, "काश! मैं विजय को सबक सिखा पाती।" ऐसा नहीं था कि विजय हमेशा उसे परेशान ही करता था। कभी-कभी वह निशा से बहुत प्यार भी करता था, उसकी हर छोटी-बड़ी बात का ख्याल रखता था। लेकिन निशा को चिढ़ाना, मानो उसका सबसे पसंदीदा काम था। एक दिन निशा ने एक फिल्म में एक लड़के को लहंगा चोली पहन कर नाचते देखा। उसे तुरंत अपने भाई का ख्याल आया। उसके मन में शरारत का कीड़ा कुलबुलाने लगा और उसने सोचा, "काश! मैं विजय को लहंगा पहनाकर अपनी उंगलियों पर नचा पाती। उसे तब पता चलेगा कि लड़की होना कितना मुश्किल है।" बस, यहीं से निशा के मन में एक शरारत भरा प्लान सूझने लगा। उसने विजय को सबक सिखाने की ठान ली। उसने एक सुन्दर सा लहंगा, ग...